Friday, March 8, 2013

True Story of Insurance Sales Manager!!

*यह कहानी सत्य घटना पर आधारित है पात्रो के नाम बदल दिए गए है

इन्शुरन्स सेल्स मैनेजर की कहानी!!*
 
अचानक ही मिश्रा जी घबरा कर जाग गए पसीने से लथपथ पत्नी ने आकर पूछा "क्या हुआ कुछ डरावना सपना देखे क्या?" मिश्रा जी बस अपना पसीना पोंछ नित्य कर्म में लग गए पत्नी को कैसे बताये की सपने में क्या देखा। उनका बॉस उनसे टारगेट नहीं होने के कारण उनका त्यागपत्र मांग रहे थे मिश्रा जी ने जब त्यागपत्र नहीं दिया तो कंपनी ने उन्हें टर्मिनेट कर दिया!इससे डरावना और क्या हो सकता है?खैर जल्दी जल्दी तैयार हो मिश्रा जी दफ्तर के लिए रवाना हुए। आज उनके एक एडवाइजर ने कहा है आज एक पालिसी उठने वाली है और ग्यारह बजे तक पालिसी उनके हाथ में होगी।
 
दफ्तर पहुंचते ही बॉस ने भारी आवाज में पूछा "मिश्रा जी आज आपका कमिटमेंट  पता है न कितना है?"
 
जी साढ़े छह लाख, मिश्रा जी ने दबे आवाज में कहा।
 
(बॉस) कब तक लॉग इन हो जायेगा ?
 
बॉस बस बारह बजे एक तीस हज़ार का लॉग इन हो जाएगा और तीन बजे एक बहुत ही बड़े बिजनेसमैन से मीटिंग है वहां से उम्मीद है इस महीने का टार्गेट हो जाएगा।
 
(बॉस) ठीक है तो मैं बॉस को कमिट कर दे रहा हूँ मिश्रा जी अभी एक लॉग इन कर रहे है और शाम तक ६ लाख का हो जायेगा, ठीक है? 
 
(मिश्रा जी) हाँ बॉस।
 
अपने कुर्सी पर आ मिश्रा जी  सोचने लगे पता नहीं अभी तक एडवाइजर नेकोई फ़ोन नहीं किया। कांपते हाथो से मिश्रा जी  ने फ़ोन मिलाया घंटी बज रही है लेकिन दिलीप फ़ोन नहीं उठा रहा, क्या हुआ?? कस्टमर के साथ बात कर रहा है या,..... घटी बज कर कट गयी मिश्रा जी ने अपने दिल को तसल्ली दिया क्लाइंट के पास होगा फोन साइलेंट कर दिया होगा। कुछ देर तक उन्होंने इंतज़ार किया लेकिन फ़ोन नहीं आया वापस उन्होंने डरते डरते फ़ोन किया इस बार दिलीप ने फ़ोन उठाया " हाँ भैया बस जा रहा हूँ क्लाइंट के पास, जस्ट अभी बाथरूम से निकला हूँ"
 
(मिश्रा जी) हाँ भाई जल्दी जा तुम्हारे बेह़ाल्फ़ में मैंने कमिट कर दिया है इज्ज़त की बात है।
 
दिलीप ने कहा,घबराइये मत आज उठ जायेगा पालिसी फॉर्म पर साइन  हो गया है बस पैसा लेना है।
मिश्रा जी ने दिल ही दिल में कहा यही तो डर की बात है।
 
थोड़े देर बाद बॉस फिर आये"अरे मिश्रा लॉग इन नहीं हुआ अभी तक?"
 
बस बॉस दिलीप घर से निकल चूका है क्लाइंट के घर के लिए बस आधा घन्टा में आ जायेगा।

मिश्रा जी  सोचने लगे अगर यहाँ बैठा रहा तो यह कमीना मुझे परेशान करता रहेगा। दफ्तर से निकल मिश्रा जी बाहर चले आये। आधे घंटे बाद फिर फ़ोन किया"हाँ, उठ गया? उन्होंने दिलीप से पूछा।
नहीं भैया क्लाइंट के माँ के पेट में अचानक दर्द हो गया है और अपनी माँ को ले वह डाक्टर के पास गया है मेरी बात हो गयी है दोपहर को वोह फॉर्मेलिटी पूरी कर लेगा, दिलीप का जवाब आया। 
 
(मिश्रा जी) लेकिन मैंने बॉस को कहा है पालिसी उठ गयी है और दिलीप लेकर आ रहा है अब मैं क्या बताऊ बॉस को?
 
 (दिलीप) नहीं भैया पालिसी आज ही उठेगा मैं लगा हूँ आपका कमिटमेंटफ़ैल नहीं होने दूंगा। अब क्या करू क्लाइंट के माँ का पेट अभी ही दूखना था,उसकी माँ का ……!!
 
 मिश्रा जी दफ्तर से निकल डलहौज़ी चल दिए,दो घंटे वहा बिताऊंगा तब तक दिलीप भी पालिसी लेकर आ जायेगा। तभी मोबाइल फ़ोन की घंटी बज उठी .............??
 
उफ़ यह बॉस भी मुझे जीने नहीं देगा सपने में भी परेशान करता है और ऐसे भी, क्या कहु दिलीप के पालिसी का ...
 
 
(मिश्रा जी) हाँ बॉस दिलीप बस निकल चूका है। क्लाइंट  के माँ का पेट में दर्द है, वोह आ जायेगा। 
 
(बॉस) : क्या दो बजे मिश्रा जी अभी आपने कहा १ बजे तक हो जाएगा अब २ बजे?अगर नहीं हुआ तो पेपर डाउन कर दो
 
(मिश्रा जी) बॉस चिंता मत कीजिये
 
दो बजे तक मिश्रा जी टहलते रहे फिर दिलीप को फ़ोन किया अब दिलीप ने फ़ोन उठाना बंद कर दिया। हे भगवान् अब क्या होगा इस साले के चक्कर में मेरी नौकरी जाएगी!!
तभी बॉस का फ़ोन आता है .......
 
(मिश्रा जी) हाँ बॉस हो जायेगा .. हाँ टारगेट हो जायेगा ...... सारे कांटेस्ट क्वालीफाई करूँगा .........बस अपनी टीम नंबर १ होगी पैन  इंडिया में .........
 
साला अपना टारगेट मेरे ऊपर डालता है पैन इंडिया तो दूर पैन ईस्ट में भी कोई चांस नज़र नहीं आ रहा है।शाम ५ बजे अब दिलीप ने फ़ोन उठाना बंद ही नहीं किया है बल्कि स्विचड  ऑफ भी कर दिया है!! बॉस का फ़ोन बार बार आ रहा है क्या जवाब दु….
 
हाँ बॉस कल आपको चलना है ......... पार्टी राजी हो गयी है ........ २ लाख का मैंने प्रपोजल दिया है बस आपको क्लोज करना है .......... दिलीप वाला केस पेंडिंग हो गया है ........ क्लाइंट का माँ मर गयी है .... अब श्राद्ध के बाद ही प्रीमियम देगा ........ न बॉस चिंता मत करो टारगेट अचीव भी करना है और प्रमोशन भी लेना है....... अभी मैं क्लाइंट के पास ही जा हूँ ....... बस ...  बस आप बेफिक्र रहिये आज ही उठा कर पालिसी हाथ में ले लूँगा कल फर्स्ट ऑवर में ही जमा हो जायेगा ...... ठीक है बॉस .......!!! बाय 
 
आज भी कुछ नहीं  हुआ, लगता है नौकरी जाकर ही रहेगी कम से कम पांच साल रहता तो कंपनी से ग्रेचुएटि  मिलाता . 
 
मिश्रा जी  फिर घर के तरफ चल दिए रात को एक और डरावने सपने देखने के लिये….......



 








राजेश साव
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