छंदा गायेन की एवेरेस्ट अभियान
१८ मई २०१३ मेरे लिए एक एतिहासिक और गर्व का दिन बन गया सुबह सुबह मेरे मित्र नबी ने फ़ोन किया छंदा ने एवेरेस्ट समिट कर दिया!!
मेरे लिए गर्व की बात यह है कि जब छंदा पहली बार हमारे इंस्टिट्यूट में बेसिक रॉक क्लाइम्बिंग कोर्स करने आई तो मैं उसका प्रशिक्षक था और मैं उस वक़्त सोच भी नहीं पाया था कि छंदा उस मकाम तक पहुचेगी।
यह उपलब्धि तक पहुचना सचमुच गर्व की बात है क्योंकि छंदा जिस मध्य वर्गीय परिवार से आती है उनके लिए एवेरेस्ट की बात सोचना भी एक सपना है क्योंकि एवेरेस्ट पर जाने का खर्च ही लगभग १५ लाख है फिर भी अपने अदम्य साहस और जिद्द के कारण छन्दा बंगाल की प्रथम असैनिक और तीसरी महिला बन गयी जिसने एवेरेस्ट पर विजय पाई।फिलहाल वह लोत्से चढ़ाई की अपने मिशन पर निकल चुकी है और मेरी और इंस्टिट्यूट के तरफ से उसे शुभकामनाये।
By Rajesh Shaw
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